लॉक डाउन के चलते बरकतउल्ला विश्वविद्यालय सहित अन्य विश्वविद्यालय की यूजी और पीजी परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पा रहीं हैं। अभी भी यह परीक्षा आगामी आदेश तक स्थगित रहेंगी। क्योंकि 3 मई तक लॉकडाउन में और इजाफा कर दिया गया है। प्रोफेसर्स का कहना है कि अब सभी कोर्स के छात्रों को जनरल प्रमोशन देने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है। सभी विद्यार्थी अनिश्चितता में हैं कि आखिर उनकी परीक्षा कब होंगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के बीच बैठक हो चुकी है। इसमें अधिकतर की राय थी कि छात्रों को जनरल प्रमोशन दे दिया जाना चाहिए। अब वे इस मामले में राज्य शासन से निर्देश मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं।
यूजी-पीजी में पूरे प्रदेश में 11 लाख रेगुलर छात्र, इनमें से तीन लाख छात्र सिर्फ बीयू में ही पढ़ाई करते हैं
प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष प्रो. कैलाश त्यागी का कहना है कि ऐसी स्थिति में छात्रों को जनरल प्रमोशन देना ही उनके जीवन की सुरक्षा करना है। छात्रों की संख्या 11 लाख से अधिक है। ऐसे में परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंस्टिंग का पालन कराना मुश्किल होगा। जल्द ही निर्णय नहीं लिया जाता है तो अगला एकेडमिक सत्र भी प्रभावित होगा। अगले सत्र में कैलेंडर का पालन कराने के लिए जरूरी है कि प्रथम वर्ष में एडमिशन सही समय पर हों।
राज्यपाल ने कुलपतियों से मांगा एक्शन प्लान
लॉकडाउन बढ़ने के कारण राज्यपाल लालजी टंडन ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कुलपतियों के साथ बैठक आयोजित की है। राज्यपाल ने निर्देश दिए हैं कि नियमित शिक्षण कार्य के साथ ही शोध और अनुसंधान के लिए आवश्यक तथ्यों की ऑनलाइन उपलब्धता के प्रबंध भी किए जाएं। बीयू के कुलपति प्रो. आरजे राव ने बताया कि आगामी दिनों के लिए कुलपतियों से एक्शन प्लान मांगा। प्रो. राव ने बताया कि तीसरे वर्ष की परीक्षा करानी पड़ेगी। प्रथम और द्वितीय वर्ष में जनरल प्रमोशन देने पर विचार किया जा सकता है।
इस मामले में समन्वय समिति निर्णय लेने में है सक्षम
डॉ. राधावल्लभ शर्मा, पूर्व अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग के मुताबिक, ऐसी परिस्थिति में प्रारम्भिक तौर पर प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जाना चाहिए। जनरल प्रमोशन देने की प्रक्रिया में भी विश्वविद्यालय स्तर पर कार्रवाई में समय लगेगा। इस मामले विश्वविद्यालयों की राज्यपाल की अध्यक्षता वाली समन्वय समिति ही सक्षम है। वह निर्णय ले सकती है।
28 अप्रैल से शुरू होने वाली सेमेस्टर परीक्षा स्थगित
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) ने कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण बढ़े लॉकडाउन के बाद सभी परीक्षाएं आगामी आदेश तक स्थगित कर दी हैं। परीक्षा स्थगित होने से विवि से सम्बद्ध सभी कॉलेजों के 2.50 लाख से ज्यादा स्टूडेंट प्रभावित होंगे। परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके सिंह ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है। इस संबंध में सभी कॉलेजों को भी जानकारी दे दी है है। इससे पहले विवि मिड टर्म परीक्षा भी स्थगित कर चुका है।